Indian Air Force हरियाणा के अंबाला में मंगलवार को Indian Air Force का एक जगुआर (Jaguar) लड़ाकू विमान भीषण दुर्घटना का शिकार हो गया। हादसे के दौरान पायलट ने साहस और तेजी से निर्णय लेते हुए खुद को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
Indian Air Force (IAF) का एक जगुआर युद्धक विमान शुक्रवार को हरियाणा के अंबाला में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। IAF ने X (पूर्व में ट्विटर) पर जारी एक बयान में बताया कि यह हादसा नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान तकनीकी खराबी के कारण हुआ। पायलट ने बहादुरी दिखाते हुए विमान को आबादी वाले क्षेत्र से दूर ले जाकर सुरक्षित रूप से खुद को बाहर निकाल लिया, जिससे बड़े नुकसान को टाला जा सका। जगुआर एक ब्रिटिश-फ्रांसीसी युद्धक विमान है, जिसे निकट हवाई समर्थन और जमीनी हमलों के लिए डिजाइन किया गया था। Indian Air Force दुनिया की एकमात्र प्रमुख वायुसेना है जो अब भी इस विमान का उपयोग कर रही है। इसका उत्पादन सबसे पहले 1960 के दशक के अंत में किया गया था।

Indian Air Force:कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के मुताबिक, यह विमान नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था जब अचानक तकनीकी खराबी आ गई। विमान के नियंत्रण में दिक्कत होने पर पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए इजेक्ट (Eject) कर लिया। इसके बाद विमान जमीन पर गिरकर आग के गोले में तब्दील हो गया।
Indian Air Force वायुसेना ने दिए जांच के आदेश:
Indian Air Forceने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, हादसे का कारण तकनीकी खराबी माना जा रहा है, लेकिन विस्तृत जांच के बाद ही सटीक कारण सामने आएगा।
Indian Air Force स्थानीय प्रशासन अलर्ट:
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन और बचाव दल मौके पर पहुंच गए। गनीमत रही कि इस दुर्घटना में किसी आम नागरिक को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।

Indian Air Force के जगुआर विमान को उसकी ताकत, लंबी दूरी तक मार करने की क्षमता और ग्राउंड अटैक मिशनों के लिए जाना जाता है। यह हादसा IAF के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है, लेकिन सबसे राहत की बात यह है कि पायलट सुरक्षित हैं।